नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने मानसिक तनाव ( Mental Tension )के लेवल को मापने के लिए एक ऐसा तरीका खोजा है, जो बहुत अजीबोगरीब है। बता दें कि वैज्ञानिकों ने पसीने, मूत्र ( Urin ), लार और खून ( blood ) के जरिए तनाव को मापे जाने की बात कही है। जो बहुत ही आसान है। दरअसल तनाव एक 'स्लो पॉइजन' है, जोंकि धीरे-धीरे इंसान की जान ले लेता है। हार्ट अटैक (heart attack ), हाइपरटेंशन ( Hypertension ) जैसी बीमारी शुरु हाने वजह भी तनाव ही है।
अमरीका ( amrica ) की सिनसिनाटी यूनिवर्सिटी ( university ) के शोधकर्ताओं के अनुसार- नई जांच की मदद से तनाव से ग्रस्त रोगी घर बैठें इस तकनीक का इस्तेमाल कर सकेंगे। यूनिवर्सिटी के प्रोफ्सर एंड्रीयू स्टेकल के अनुसार ‘हालांकि यह आपको सभी सूचना नहीं देगा, लेकिन आपको बताएगा कि क्या आपको किसी डॉक्टर की जरूरत है या नहीं।’
दरअसल, वैज्ञानिकों ने एक ऐसा उपकरण बनाया है, जिसकी मदद से खून, लार, पसीने और मूत्र में मौजूद तनाव को हार्मोन की पराबैंगनी किरणों के जरिए मापा जाएगा। हालांकि, अमरीकन केमिकल सोसाइटी सेंसर जर्नल में इस उपकरण के बारे में बताया गया है कि यह लैबोरेट्री में होने वाली रक्त जांच की जगह नहीं लेगा।
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